बाराबंकी। बाराबंकी पुलिस की विशेष कार्य योजना “आपरेशन कन्विशन” ने जघन्य अपराधों पर शिकंजा कसते हुए बड़ी सफलता हासिल की है। थाना फतेहपुर क्षेत्र में सन 2002 में हुई हत्या के मामले में पुलिस ने आरोपियों को न्यायालय में पुख्ता सबूतों के साथ प्रस्तुत कर कोर्ट से चारों अभियुक्तों को आजीवन कठोर कारावास और आर्थिक दंड की सजा दिलाई है।
पुलिस अधीक्षक अर्पित विजयवर्गीय के निर्देशानुसार मॉनीटरिंग सेल के अधिकारी व पैरोकारी टीम ने वैज्ञानिक तरीके से साक्ष्य एकत्रित कर न्यायालय में प्रभावी पैरवी की। अपर जिला सत्र न्यायाधीश कोर्ट नंबर 08 बाराबंकी ने मुकदमे में दोष सिद्ध होने पर मुनेश्वर प्रसाद वर्मा, रामकृपाल, कमलेश और रमापति को हत्या के आरोप में आजीवन कारावास और प्रत्येक को बाइस हजार रुपये के जुर्माने से दंडित किया।
इस केस में पीड़ित पक्ष ने 13 अगस्त 2002 को थाने में तहरीर दी थी कि आरोपियों ने हुकुम सिंह के पिता की गोली मारकर हत्या कर दी थी। पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए तत्काल वैज्ञानिक विधि से जांच करते हुए आरोपियों को गिरफ्तार किया और सबूतों के आधार पर मुकदमा दर्ज कर न्यायालय में पेश किया।
यह कार्रवाई प्रदेश के पुलिस महानिदेशक के निर्देशानुसार महिला व जघन्य अपराधों के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान का हिस्सा है, जिसमें दोषियों को जल्द से जल्द सजा दिलाकर कानून व्यवस्था दुरुस्त करने पर विशेष जोर दिया जा रहा है।
बाराबंकी पुलिस का “आपरेशन कन्विशन” : अपराधियों के लिए नई चुनौती
बाराबंकी। अपराधों पर कड़ी कार्रवाई करने के उद्देश्य से बाराबंकी पुलिस ने “आपरेशन कन्विशन” नामक विशेष अभियान शुरू किया है। इस अभियान के तहत पुलिस अपराधियों की गिरफ्तारी के साथ-साथ मुकदमे की पैरवी में भी पूरी पारदर्शिता और गंभीरता से काम कर रही है।
पुलिस अधीक्षक ने कहा कि इससे अपराधों की संख्या में कमी आई है और आम जनता में पुलिस के प्रति भरोसा भी बढ़ा है। इस योजना से बाराबंकी में अपराधियों के खिलाफ सख्त संदेश गया है कि अपराध करने वालों को छोड़ने की कोई गुंजाइश नहीं है। आगामी दिनों में इस अभियान को और भी प्रभावी बनाने की योजना है ताकि अपराध पूरी तरह से नियंत्रित किए जा सकें।
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