DB DIGITAL NEWS

Ticker

5/recent/ticker-posts

कौमी एकता का पैगाम दे रही सूफी संत हाजी वारिस अली शाह की दरगाह का कैंपस



देवा शरीफ की ऐतिहासिक होली आज संपन्न हुई हर साल की तरह इस वर्ष भी देवा शरीफ हाजी वारिस अली शाह की दरगाह पर कौमी एकता का पैगाम देने वाले सूफी संत हाजी वारिस अली शाह के दरगाह कैंपस में होली बड़ी ही धूमधाम से खेली जाती है।



अबीर गुलाल के अलावा तरह-तरह के रंग होते हैं और परंपरा के अनुसार फूलों की होली देवा शरीफ में खेली जाती है जहां पर दूर दराज से लोग दूसरे प्रदोष प्रदेशों से यहां पर होली खेलने और देखने आते हैं आपने देखा होगा की बहुत सारे चैनलों पर अखबारों में तरह-तरह की अफवाह है मिल रही थी की होली रमजान शरीफ में जुम्मे के दिन पड़ रही है लेकिन देवा शरीफ जो हिंदू मुस्लिम सिख इसाई सभी धर्म का मरकज माना जाता है क्योंकि सरकार हाजी वारिस अली शाह का पैगाम है की मोहब्बत करो मोहब्बत करो हिंदू मुस्लिम सिख इसाई सभी धर्म के लोग भाई-भाई हैं यह पैगाम तब तक पहुंचाओ यही वजह है की देवा शरीफ में कोई भी त्यौहार चाहे होली हो दिवाली हो रक्षाबंधन हो या ईद और बकरीद हो सभी धर्म के लोग मेल मिल जुलकर मानते हैं आज होली के जुलूस में पहले जैसी भीड़ देखने को नहीं मिली पिछले साल से करीब 30 परसेंट ही लोग होली की भीड़ में दिखाई दिए इस होली के मौके पर एक तरफ होली के रंग अपने अंग पर लगाए हुए देखे जा सकते हैं और उन्हीं के बगल में टोपी लगाकर मुस्लिम समाज के लोग खड़े होकर उनसे मिलकर उनको होली की मुबारकबाद देते नजर आए यह असली भाईचारा दुनिया में और कहीं नहीं सिर्फ देवा शरीफ में ही देखने को मिलता है जबकि देवा शरीफ की होली समिति के अध्यक्ष मुस्लिम समाज के श्री शहजादे आलम और यहां के अध्यक्ष मोहम्मद हारुन वारसी साहिबे आलम चमन लाल निगम अजय निगम मनोज निगम और कस्बे के तमाम लोग इसका नेतृत्व करते हैं।



एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ